Wednesday, 20 January 2016

महाराज युधिष्ठिर ने ही नारी जाति को दिया था यह श्राप

कहते हैं महिलाओं के पेट में कोई भी गुप्त बात अधिक समय तक नहीं टिक सकती। महिलाएं जाने-अनजाने में वह बात किसी न किसी को बता ही देती हैं। इस तथ्य से जुड़ा एक प्रसंग महर्षि वेदव्यास द्वारा लिखी गई महाभारत में भी मिलता है। उसके अनुसार, महाराज युधिष्ठिर ने ही नारी जाति को यह श्राप दिया था कि संसार की समस्त स्त्रियां कोई भी गुप्त बात छिपा कर नहीं रख सकेंगी। इस श्राप से जुड़ा पूरा प्रसंग इस प्रकार है-

युधिष्ठिर का स्त्री जाति को श्राप

महाभारत के शांति पर्व के अनुसार, युद्ध समाप्त होने के बाद जब कुंती ने युधिष्ठिर को बताया कि कर्ण तुम्हारा बड़ा भाई था तो पांडवों को बहुत दुख हुआ। तब युधिष्ठिर ने विधि-विधान पूर्वक कर्ण का भी अंतिम संस्कार किया। माता कुंती ने जब पांडवों को कर्ण के जन्म का रहस्य बताया तो शोक में आकर युधिष्ठिर ने संपूर्ण स्त्री जाति को श्राप दिया कि- आज से कोई भी स्त्री गुप्त बात छिपा कर नहीं रख सकेगी।

Monday, 18 January 2016

स्वप्न ज्योतिष के अनुसार, कुछ सपने हमें धन प्राप्ति के संकेत देते हैं

स्वप्न ज्योतिष के अनुसार, कुछ सपने हमें धन प्राप्ति के संकेत देते हैं, वहीं कुछ धन नाश तथा हानि के बारे में भी सूचित करते हैं। इन संकेतों को समझकर हम जान सकते हैं कि हमें कब धन की प्राप्ति हो सकती है और कब नुकसान? ये सपने इस प्रकार हैं-

1. यदि कोई सपने में दियासलाई (माचिस) जलाता है, तो उसे अनपेक्षित (जहां से अपेक्षा न हो) रूप से धन की प्राप्ति हो सकती है।
2. सपने में अगर किसी को धन उधार देते हैं तो अत्यधिक धन की प्राप्ति हो सकती है।
3. जो व्यक्ति सपने में मोती, मूंगा, हार, मुकुट आदि देखता है, उसके घर में लक्ष्मी स्थाई रूप से निवास करती हैं।
4. यदि कोई सपने में किसी को चेक लिखकर देता है तो उसे विरासत में धन मिल सकता है तथा उसके व्यवसाय में भी वृद्धि हो सकती है।
 5. जिसे सपने में कुम्हार घड़ा बनाता हुआ दिखाई देता है, उसे धन लाभ हो सकता है।
6. जो व्यक्ति स्वयं को केशविहीन (गंजा) देखता है, उसे भी धन प्राप्ति होने के योग बनते हैं।
7. यदि कोई सपने में ये देखे कि उस पर कानूनी मुकदमा चलाया जा रहा है, जिसमें वह निर्दोष छूट गया है तो उसे अतुल धन संपदा की प्राप्ति हो सकती है।
8. यदि कोई सपने में स्वयं को कच्छा पहनकर कपड़े में बटन लगाता देखता है तो उसे धन के साथ मान-सम्मान भी मिलता है।
9. यदि कोई सपने में अपने सीने को खुजाता है तो उसे विरासत में संपत्ति मिलती है, यदि आंख खुजाता है तो धन लाभ हो सकता है।
10. सपने में यदि गर्दन में मोच आ जाए तो भी धन लाभ हो सकता है। 11. सपने में अगर पका हुआ संतरा दिखाई दे तो उसे शीघ्र ही अतुल धन-संपत्ति प्राप्त हो सकती है।
12. जो खेत में पके हुए गेहूं देखता है, वह शीघ्र ही धनवान बन सकता है। 
 13. जिसे सपने में ऊंट दिखाई देता है, उसे अपार धन लाभ होने के योग बनते हैं।
14. सपने में हरी-फुलवारी तथा अनार देखने वाले को भी धन प्राप्ति के योग बनते हैं।
15. सपने में यदि गड़ा हुआ धन दिखाई दे तो उसके धन में अतुलनीय वृद्धि हो सकती है।
16. जो व्यक्ति सपने में फल व फूल खाता है, उसे धन लाभ होता है।
17. जो सपने में सिगरेट, बीड़ी या हुक्का आदि पीता है, उसे भी धन प्राप्ति होती है।
18. सपने में जिसके दाहिने हाथ में सफेद सांप काट ले, उसे बहुत से धन की प्राप्ति होती है।
19. जो व्यक्ति सपने में मूत्र, वीर्य, विष्ठा (गंदगी) व वमन का सेवन करता है, वह निश्चित ही महाधनी हो सकता है।
20. यदि कोई व्यक्ति सपने में अपनी प्रेमिका से संबंध विच्छेद कर लेता है, तो उसे विरासत में धन की प्राप्ति हो सकती है।
 21. सपने में यदि किसी को खाली बैलगाड़ी दिखाई दे तो उसे आर्थिक नुकसान हो सकता है।
22. यदि कोई स्वप्न में स्वयं को घर का फर्नीचर या खिड़की तोड़ते हुए देखे तो शीघ्र ही उसकी स्थिति भिखारी जैसी हो सकती है।
23. अगर आपको कोई ऐसा सपना दिखाई दे जिसमें आप स्वयं को दिवालिया घोषित कर दें तो उस व्यक्ति का व्यवसाय पूरी तरह से चौपट हो सकता है।
24. जब कोई व्यक्ति सपने में किसी नगर पर विमानों को बम बरसाता हुआ देखता है, तो उसकी अचल संपत्ति नष्ट होने के योग बनते हैं।
25. यदि कोई व्यक्ति सपने में स्वयं को कहीं जाता हुआ देखता है तथा अंधेरा हो जाए तो उस व्यक्ति को गंभीर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है। अगर वह व्यापारी है, तो उसे किसी कारणवश कारावास यानी जेल भी जाना पड़ सकता है।
 26. सपने में यदि किसी को उल्लू दिखाई देता है तो उसे धन हानि होती है तथा अन्य कष्ट भी उठाने पड़ सकते हैं।
27. यदि कोई व्यापारी स्वयं को गड्ढे में गिरता देखता है तो व्यापार में बड़ी हानि होने के योग बन सकते हैं।
28. जो व्यक्ति सपने में सोना मिलता हुआ देखता है, उसे धन-संपत्ति की हानि हो सकती है।
29. सपने में यदि कोई समाचार पत्र में अपने संबंधियों का समाचार पढ़ता है तो उसे भी धन हानि हो सकती है।
30. यदि कोई धनवान व्यक्ति सपने में चिडिय़ा को रोते हुए देखता है तो शीघ्र ही वह सड़क पर आ सकता है यानी उसका धन, वैभव व ऐश्वर्य आदि सभी कुछ नष्ट हो सकता है।

Monday, 11 January 2016

वास्तु शास्त्र में जीवन को सुखी और बेहतर बनाने के लिए उपाय बताए गए हैं।

वास्तु शास्त्र में जीवन को सुखी और बेहतर बनाने के लिए उपाय बताए गए हैं। यदि उन उपायों को सही तरीके और पूरी आस्था के साथ अपनाए जाएं तो जीवन की कई परेशानियां दूर हो सकती हैं। जानिए वास्तु की कुछ टिप्स, जिनसे घर में बढ़ती है पॉजिटिव एनर्जी...
1. घर में वास्तुदोष कम करने और शांति का वातावरण बनाने के लिए घर के मेनगेट पर सिन्दूर से स्वस्तिक बनाएं, जो कि नौ अंगुल लम्बा और नौ अंगुल चौड़ा हो।
2. हमेशा लक्ष्मी की कृपा बनाए रखने के लिए घर की अलमारी या तिजोरी में हल्दी की गांठ, दाल चीनी की छाल रखनी चाहिए।
 
3. घर और ऑफिस में एक्वेरियम रखने से धन और भाग्य में वृद्धि होती है।
 
4. घर में तांबे का पिरामिड रखने और नौ दिन तक अखण्ड भगवन कीर्तन करने से वास्तु दोष कम होता है और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
 
5 घर या दुकान में धन-लक्ष्मी हमेशा बनी रहे, इसके लिए अपनी तिजोरी में कुबेर यंत्र या श्रीयंत्र रखना चाहिए।
 
6. घर के मेनगेट पर तुलसी या केले का पौधा लगाने से वास्तुदोष दूर होता है और घर में प्रेम का वातावरण बनता है।
 
7. घर में सप्ताह में कम से कम एक बार कर्पूर जलाना चाहिए। उसका धुंआ वास्तुदोष दूर करता है।
 
8. पिरामिड आकार का मंगल यंत्र घर में लगाने से वास्तुदोष का नाश होता है और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
 
9. घर या ऑफिस में ताजे फूल रखने से सुख-समृद्धि मिलती है।
 
10. दुकान या ऑफिस के ईशान कोण (उत्तर-पूर्व कोने) में मंदिर बनाना चाहिए, इससे देवी-देवताओं की कृपा बनी रहती है।
 
11. लक्ष्मी प्राप्ति के लिए मेनगेट की दहलीज में ठोस बनवानी चाहिए और दहलीज के नीचे का स्थान खाली नहीं छोड़ना चाहिए।
 
12. चांदी का तार घर के मुख्य दरवाजे के नीचे दबाने से वास्तुदोषों का निवारण होता है।
 
13. घर के दक्षिण-पूर्व कोने में पक्षियों के नहाने के लिए पानी भरा हुआ कटोरा रखना चाहिए, इससे परिवार के लोगों के आय के स्त्रोत बढ़ते हैं।
 
14. घर के आंगन में मनीप्लांट लगाने से धन-संपत्ति प्राप्त होती है।
 

Monday, 4 January 2016

मनी प्लांट तो मिलेंगे कई फायदेMoney Plant

वास्तु शास्त्र में हर पौधे के लिए एक दिशा निर्धारित है। अगर सही दिशा में पौधा लगाया जाए तो उससे कई फायदे मिल सकते हैं, लेकिन गलत दिशा में लगाए पौधे फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकते हैं। घर में मनी प्लांट लगाने से धन और सुख-समृद्धि बढ़ती है, लेकिन गलत दिशा में रखे मनी प्लांट की वजह से आपको पैसों का नुकसान भी झेलना पड़ सकता है।

इस दिशा में रखा मनी प्लांट पहुंचा सकता है नुकसान

मनी प्लांट के लिए सबसे नकारात्मक दिशा ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) को माना गया है। इस दिशा में मनी प्लांट लगाने पर धन वृद्धि की बजाय आर्थिक नुकसान हो सकता है। इस दिशा में लगा मनी प्लांट घर में धन के साथ-साथ लोगों की सेहत और रिश्तों पर भी असर डाल सकता है।

इस दिशा में रखेंगे मनी प्लांट तो मिलेंगे कई फायदे

मनी प्लांट लगाने के लिए आग्नेय कोण (दक्षिण-पूर्व दिशा) को सबसे अच्छा माना जाता है। आग्नेय दिशा के देवता भगवान गणेश को माना जाता हैं। भगवान गणेश अमंगल का नाश करते हैं और सुख-समृद्धि बढ़ाते हैं। इसलिए, दक्षिण-पूर्व दिशा में मनी प्लांट लगाने इस इसके अच्छे परिणाम मिलते हैं और घर में धन-धान्य बना रहता है।

Tuesday, 29 December 2015

हथेली पर चतुष्कोण

हथेली पर जिस किसी भी रेखा के साथ या पर्वत पर चतुष्कोण बनता है। उस रेखा या पर्वत से संबंधित शुभ परिणामों को बढ़ाने वाला माना गया है। साथ ही टूटी रेखाओं के दोष को कम करने वाला माना गया है। हथेली पर चतुष्कोण की उपस्थिति हर तरीके से शुभ फल को बढ़ाने वाली होती है।
हथेली पर एक स्थान ऐसा भी जहां चतुष्कोण होने से विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। वो स्थान है शुक्र पर्वत। शुक्र पर्वत पर चतुष्कोण अच्छा नहीं माना गया है। चतुष्कोण से शुक्र पर्वत पर क्या परिणाम होते हैं? इसका बारे में जानेंगे। चतुष्कोण के रेखाओं पर क्या परिणाम होते हैं, जानते हैं इसके बारे में

चतुष्कोण की आकृति

हथेली पर चतुष्कोण चार भुजाओं वाली एक चौकोर आकृति है। चार रेखाओं से बनने वाली ये आकृति टेड़ी-मेड़ी अलग-अलग लम्बाई व चौड़ाई वाली हो सकती है। चतुष्कोण की हथेली पर स्थिति कई प्रकार की परेशानियों से बचा सकती है।
 हथेली पर चतुष्कोण की उपस्थिति का फल
यदि हथेली की कोई रेखा सही स्थिति में है और उस पर चतुष्कोण है तो यह उस रेखा से प्राप्त होने वाले शुभ परिणामों को अधिक बढ़ा देता है। यदि रेखा टूटी हुई है तो यह उसके बुरे प्रभावों को कम करने वाला होता है। साथ ही उस रेखा से होने वाले दुष्परिणामों को बदल भी सकता है।
 जीवन रेखा पर चतुष्कोण का फल
लंबी जीवन रेखा पर चतुष्कोण की उपस्थिति उम्र को बढ़ाने वाली मानी गई है। यदि जीवन रेखा टूट रही हो और उस पर चतुष्कोण की उपस्थिति हो जाए तो यह शारीरिक तकलीफों को कम कर सकता हैं।
 हथेली पर नीले, काले या लाल बिंदु के पास चतुष्कोण
यदि हथेली पर कहीं नीले, काले या लाल बिंदु का निशान हो और यदि उसके पास कहीं चतुष्कोण बन रहा हो तो यह विस्फोटक पदार्थों से शरीर की सुरक्षा करता है।

विवाह रेखा पर चतुष्कोण होने से जीवनसाथी के कष्टों को कम करता है

किसी भी हथेली में विवाह रेखा सीधी जाती हुई दिखाई देती है। यह रेखा सबसे छोटी अंगुली के नीचे बुध पर्वत पर स्थित होती है। यदि विवाह रेखा सीधी न चलकर नीचे की ओर झुक रही हो या आकार में गोल हो रही हो। यह स्थिति जीवनसाथी के स्वास्थ्य के लिए अच्छी नहीं मानी गई है।
विवाह रेखा में दोष हो और उस पर चतुष्कोण बन जाए तो जीवनसाथी के जीवन से जुड़ी परेशानियों में राहत प्रदान करता है।
 भाग्य रेखा पर चतुष्कोण
हथेली में भाग्य रेखा के टूटे होने से बनते कार्योंं में रुकावटें आती हैं। ऐसे में चतुष्कोण भाग्य रेखा के पास कहीं बन जाए तो इंसान के जीवन में आगे बढ़ने में कितनी ही दिक्कतें आए लेकिन वह सफल होता है।

मंगल ​पर्वत पर चतुष्कोण होने से शत्रु बदल सकते हैं रास्ता

मंगल पर्वत हथेली में दो जगह होता है। एक तो जीवन रेखा के ठीक नीचे अंगूठे के पास वाले स्थान पर होता है। दूसरा हृदय रेखा के ठीक नीचे मस्तिष्क रेखा के पास वाले स्थान पर होता है।

मंगल पर्वत की दबी हुई स्थिति साहस की कमी करती है। मंगल पर्वत पर चतुष्कोण होने से साहस की कमी होने पर भी हार का मुंह नहीं देखना पड़ता है। वहीं शत्रु भी अपने आप रास्ता बदल लेते हैं।

शनि पर्वत पर चतुष्कोण का निशान

शनि पर्वत के अशुभ स्थिति में होने पर झुकाव ऐसे कार्यों की ओर हो जाता है जिन्हें करने से समाज का व स्वयं का अहित हो सकता है। चतुष्कोण बुरी संगत में या गलत कार्य में झुकाव हो जाने पर बाहर निकाल लेता है। ऐसा इंसान आगे चलकर समाज के कल्याण के लिए अच्छे कार्य करने लगता है।

मस्तिष्क रेखा पर चतुष्कोण का फल

मस्तिष्क रेखा का अधिक लंबा होना मानसिक रूप से असंतोष देने वाला माना गया है। यह स्थिति जीवन में निराशा भी बढ़ा सकती है।
यदि चतुष्कोण की उपस्थिति मस्तिष्क रेखा पर हो जाए तो निराशा से उबारता है। साथ ही मानसिक रूप से संतुष्टि का भाव देता है।

हृदय रेखा पर चतुष्कोण

हृदय रेखा पर चतुष्कोण की उपस्थिति होने से ऐसा व्यक्ति में मनोबल अधिक होता है। साथ ही हृदय रेखा के अशुभ स्थिति में होने पर हृदय से संबंधी रोगों में बचाव करती है।

हथेली पर शुक्र पर्वत पर शुभ नहीं होता यह निशान, बाकी जगह करता है बचाव

हथेली पर चतुष्कोण एक ऐसा निशान हैं जिसके होने से उस स्थान से संबधित शुभ फलों में वृद्धि ही होती हैं।
शुक्र पर्वत ऐसा स्थान है जहां चतुष्कोण का पाया जाना शुभ परिणाम नहीं देता है। शुक्र पर्वत पर चतुष्कोण के होने से किसी भी प्रकार की सजा या जुर्माने भरने का फल हो सकता है।

शुक्र पर्वत पर चतुष्कोण के भी दोष को दूर कर सकते हैं कई अन्य निशान

हथेली पर एक चतुष्कोण ही ऐसा निशान नहीं है कि जिसके होने से शुक्र पर्वत से संबंधी अशुभ परिणामों में वृद्धि हो। हस्तरेखा शास्त्र में ऐसे कई निशानों का वर्णन है जो कि चतुष्कोण के बुरे प्रभाव को भी बदल सकते हैं।

बदलती रहती हैं हथेली की रेखाएं भी

इंसान के कर्मों के अनुसार हथेली की रेखाएं भी बनती और बिगड़ती रहती हैं। इसलिए रेखाओं का फल भी स्थाई नहीं रहता है।

Saturday, 26 December 2015

वास्तु में कही गई इन 6 बातों पर ध्यान न रखने पर ये शादी में बाधा आ सकती है।



वास्तु व‌िज्ञान के अनुसार, आपके आसपास की हर वस्तु, आपकी हर आदत आप पर अच्छा या बुरा प्रभाव डालती है। आपके आसपास फैली एनर्जी अगर अनुकूल या पॉजिटिव है तो आपकी प्रगत‌ि होगी और प्रत‌िकूल या नेगेदिव एनर्जी होने पर परेशानी आती है। यह नियम जीवन के हर क्षेत्र पर लागू होता है। शादी के लायक लोगों के लिए भी वास्तु में कुछ ऐसी बातें कही गई हैं, जिनका ध्यान न रखने पर ये शादी में बाधा आ सकती है।
ध्यान दे वास्तु में कही गई इन 6 बातों पर-
1. काले रंग के कपड़े और काले रंग की चीजों का इस्तेमाल कम करना चाह‌िए। यह आपके लिए परेशानी का कारण बन सकता है।
2. कुंवारे लड़कों का ब‌िस्तर इस तरह रखना चाह‌िए ताक‌ि सोते समय पैर उत्तर और स‌िर दक्ष‌िण द‌िशा में हो। सोने के इस न‌ियम की अनदेखी से बचना चाह‌िए।
3. ज‌िन कमरों में एक से अध‌िक दरवाजे हों उस कमरे में व‌िवाह योग्य लड़कों को सोना चाह‌िए। ज‌िन कमरों में हवा और रोशनी कम आते हों, उन कमरों में नहीं सोना चाह‌िए।
. जिन कमरों का रंग डार्क यानी गहरा हो, वे कुंवारे लड़के के लिए अच्छा नहीं माना जाता। ऐसे लड़कों के कमरे का रंग पीला, गुलाबी होना शुभ होता है।
5. वास्तु शास्त्र के अनुसार, व‌िवाह योग्य लड़कों को दक्ष‌िण और दक्ष‌िण-पश्च‌िम द‌िशा वाले कमरों में नहीं सोना चाह‌िए। इससे शादी में बाधा आती है। माना जाता है क‌ि इससे अच्छे रिश्ते नहीं आते हैं।

6. ऐसी जगह पर नहीं सोएं जहां बीम लटका हुआ द‌िखाई दे।

Tuesday, 22 December 2015

गुरु पर्वत,इस पर्वत से व्यक्ति की महत्वाकांक्षा, नेतृत्व क्षमता और भाग्य संबंधी बातें मालूम की जा सकती हैं।

जिन लोगों की हथेली में गुरु पर्वत उभरा हुआ और सुंदर दिखाई देता है, वे लोग अपने कार्य क्षेत्र में शिखर तक पहुंच सकते हैं। ऐसे लोगों की नेतृत्व क्षमता भी बहुत अच्छी होती है। गुरु पर्वत इंडेक्स फिंगर (तर्जनी उंगली) के नीचे स्थित होता है। हस्तरेखा ज्योतिष के अनुसार, इस पर्वत से व्यक्ति की महत्वाकांक्षा, नेतृत्व क्षमता और भाग्य संबंधी बातें मालूम की जा सकती हैं।
 
सभी लोगों की हथेली में पर्वत क्षेत्रों की स्थिति अलग-अलग होती है। हथेली में गुरु पर्वत के साथ ही शनि, सूर्य, बुध, शुक्र, चंद्र और मंगल पर्वत भी होते हैं। ये सभी पर्वत अलग-अलग बातों की भविष्यवाणी करते हैं। कुछ लोगों के हाथों में ये पर्वत उभरे होते हैं तो कुछ लोगों के हाथों में दबे हुए होते हैं। कुछ लोगों को हाथों में इन पर्वतों की स्थिति सामान्य होती है। हथेली में उभरे हुए पर्वतों को शुभ माना जाता है, जबकि दबे हुए या पर्वत क्षेत्रों पर गड्ढा हो तो ये अशुभ होता है। सामान्य स्थिति के पर्वत सामान्य फल ही देते हैं।
 दि गुरु पर्वत पर खड़ी रेखाएं होती हैं तो ये शुभ फल देती हैं। इन रेखाओं के कारण व्यक्ति अच्छा प्रबंधक भी बन सकता है। यदि गुरु पर्वत पर आड़ी रेखाएं या रेखाओं के जाल का निशान दिखाई देता है तो ये अशुभ होता है। इससे गुरु पर्वत के शुभ फल भी कम हो जाते हैं।
यदि किसी व्यक्ति की हथेली मोटी है, भरी हुई है और गुलाबी रंग की दिखाई देती है तो व्यक्ति ऊर्जावान हो सकता है। यदि हथेली का रंग सफेद या पीला दिखाई देता है तो ये ऊर्जा की कमी और कमजोरी की निशानी है।
गुरु पर्वत पर तारे का निशान हो या रेखाओं से बने त्रिकोण या त्रिशूल का चिह्न दिखाई देता है तो व्यक्ति अच्छा बॉस बन सकता है।
गुरु पर्वत पर कोई जाली या धब्बा हो तो ये व्यक्ति की कमजोर नेतृत्व क्षमता की निशानी है।
 जिन लोगों की हथेली में गुरु पर्वत उभरा हुआ होता है और उस खड़ी रेखाएं भी होती हैं तो वे लोग धर्म के कार्यों में लगे रहते हैं। इन्हें भाग्य का भी साथ मिलता है। यदि गुरु पर्वत ज्यादा ही उभरा दिखाई दे तो ऐसे लोग धर्म के मामले में कट्टरपंथी भी हो सकते हैं।
ज्यादा उभरा हुआ गुरु पर्वत शुभ नहीं होता है। इसके प्रभाव से व्यक्ति अहंकारी भी हो जाता है और दूसरों को अधिक महत्व नहीं देता है।
सामान्य स्थिति तक उभरा हुआ गुरु पर्वत व्यक्ति को संवेदनशील और विनम्र बनाता है। ऐसे लोगों दूसरों के सुख के लिए भी काम करते हैं।
यदि गुरु पर्वत पर गड्ढा दिखाई देता है तो व्यक्ति भाग्य का साथ प्राप्त नहीं कर पाता है। साथ ही, ऐसे लोग दूसरों के अधीन रहकर ही काम करते हैं। पर्वत क्षेत्रों पर गड्ढा हो तो पर्वत के सभी शुभ लक्षण खत्म हो जाते हैं।