Tuesday, 1 December 2015

रोटी के कुछ ज्योतिषीय उपाय



रोटी के कुछ ज्योतिषीय उपाय, जिनसे कुंडली के दोष दूर हो सकते हैं और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है...
रोटी के चार बराबर टुकड़े करें और करें ये उपाय
रोज सुबह जब रोटियां बनाई जाती हैं, उस समय पहली रोटी के चार बराबर टुकड़े कर लें। इनमें से एक टुकड़ा गाय को देना है। दूसरा टुकड़ा काले कुत्ते को देना है। तीसरा टुकड़ा कौए के लिए घर की छत पर डालना है। अंतिम टुकड़ा घर के पास किसी चौराहे पर रखकर आना है। ऐसा रोज करना चाहिए। मान्यता है कि इस उपाय से घर की गरीबी दूर हो सकती है।

शनि, राहु और केतु के लिए करें ये उपाय
यदि कुंडली में शनि या राहु-केतु का कोई दोष हो तो रोज रात को जो रोटी अंत में बनती है, उस पर तेल लगाएं और ये रोटी काले कुत्ते को खाने के लिए दें। यदि काला कुत्ता नहीं हो तो किसी अन्य कुत्ते को भी ये रोटी दी जा सकती है।
छोटा बच्चा खाना खाए तो कर सकते हैं ये उपाय
घर में कोई छोटा बच्चा है और वह ठीक से खाना नहीं खा रहा तो एक रोटी पर थोड़ा सा गुड़ रखें और इस रोटी को बच्चे के ऊपर से 11 या 21 बार वार लें। इसके बाद ये रोटी किसी कुत्ते को खाने के लिए दे दें। इस उपाय से बच्चे के ऊपर से बुरी नजर का असर खत्म हो जाएगा और वह फिर से ठीक से खाना खाने लगेगा।

किसी गरीब और जरूरतमंद व्यक्ति को खाना खिलाएं
हर रोज कम से कम किसी एक गरीब व्यक्ति को खाना अवश्य खिलाना चाहिए। ऐसा करने पर घर में अनाज की कमी नहीं होती है। सुख-समृद्धि बनी रहती है।
अमावस्या पर करें ये उपाय
हर अमावस्या पर चावल की खीर बनाएं और रोटी के छोटे-छोटे टुकड़े खीर में डाल दें। इसके बाद रोटी और खीर को कौओं के लिए घर की छत पर रख दें। इस उपाय से घर पर पितर देवताओं की विशेष कृपा बनी रहती है। पितर देवता की कृपा से ही सुख-समृद्धि मिलती है।

Wednesday, 25 November 2015

हथेली में किसी भी रेखा के साथ या किसी भी पर्वत पर चतुष्कोण बनता है Palm Reading About Square Sign In Palm



हथेली में किसी भी रेखा के साथ या किसी भी पर्वत (शुक्र पर्वत को छोड़कर) पर चतुष्कोण बनता है तो उस रेखा या पर्वत के शुभ फल बढ़ जाते हैं। साथ ही, इस निशान से टूटी रेखाओं के दोष भी कम हो सकते हैं। हथेली में चतुष्कोण भाग्य का साथ दिलाने वाला निशान माना जाता है। हथेली में शुक्र पर्वत पर चतुष्कोण से विपरीत फल मिल सकते हैं। शुक्र पर्वत पर चतुष्कोण अच्छा नहीं माना गया है।
चतुष्कोण की आकृति

चतुष्कोण चार भुजाओं वाली एक चौकोर आकृति होती है। चार रेखाओं से बनने वाली ये आकृति असमान, अलग-अलग लंबाई चौड़ाई वाली हो सकती है। हथेली में रेखाएं और निशान बनते-बिगड़ते रहते हैं। अत: जब हथेली के शुभ स्थानों पर चतुष्कोण बनता है तो व्यक्ति को भाग्य की ओर से ज्यादा लाभ मिलने लगते हैं।
हथेली पर चतुष्कोण की उपस्थिति का फल
यदि हथेली की कोई रेखा सही स्थिति में है और उस पर चतुष्कोण है तो यह उस रेखा से प्राप्त होने वाले शुभ परिणामों को अधिक बढ़ा देता है। यदि रेखा टूटी हुई है तो यह उसके बुरे प्रभावों को कम करने वाला होता है। साथ ही, उस रेखा से होने वाले दुष्परिणामों को बदल भी सकता है।
जीवन रेखा पर चतुष्कोण का फल
लंबी जीवन रेखा पर चतुष्कोण हो तो ये स्थिति उम्र को बढ़ाने वाली मानी गई है। यदि जीवन रेखा टूट रही हो और उस पर चतुष्कोण बन जाए तो यह शारीरिक परेशानियों को कम कर सकता है।
हथेली पर नीले, काले या लाल बिंदु के पास चतुष्कोण
यदि हथेली पर कहीं नीले, काले या लाल बिंदु का निशान हो और यदि उसके पास कहीं चतुष्कोण बन रहा हो तो दुर्घटनाओं से शरीर की सुरक्षा की ओर इशारा करता है।
विवाह रेखा पर चतुष्कोण
हथेली में विवाह रेखा सबसे छोटी उंगली के नीचे बुध पर्वत पर स्थित होती है। यदि विवाह रेखा सीधी हो और नीचे की ओर झुक रही हो या आकार में गोल हो रही हो तो यह स्थिति जीवनसाथी के स्वास्थ्य के लिए अच्छी नहीं मानी गई है। विवाह रेखा में ये दोष हो और उस पर चतुष्कोण बन जाए तो जीवनसाथी के जीवन से जुड़ी परेशानियों में राहत प्रदान करता है।
 भाग्य रेखा पर चतुष्कोण
हथेली में भाग्य रेखा टूटी हो तो कार्यों में रुकावटें आती हैं। ऐसे में भाग्य रेखा के आस-पास ही चतुष्कोण बन जाए तो समस्याएं आती हैं, लेकिन वह सफलता भी मिल जाती है।
 मंगलपर्वत पर चतुष्कोण
मंगल पर्वत हथेली में दो जगह होता है। एक तो जीवन रेखा के ठीक नीचे अंगूठे के पास वाले स्थान पर होता है। दूसरा हृदय रेखा के ठीक नीचे मस्तिष्क रेखा के पास वाले स्थान पर होता है। मंगल पर्वत की दबी हुई स्थिति साहस की कमी करती है। मंगल पर्वत पर चतुष्कोण होने से साहस की कमी होने पर भी असफल होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। शत्रुओं पर भी विजय प्राप्त होती है।
शनि पर्वत पर चतुष्कोण
शनि पर्वत अशुभ स्थिति में हो तो कुछ कार्यों से स्वयं का ही अहित हो सकता है। शनि पर्वत मध्यमा उंगली के नीचे होता है। इस पर चतुष्कोण होने से बुरी संगत दूर होती है। ऐसे चतुष्कोण से व्यक्ति समाज के कल्याण के लिए कार्य करने लगता है।
 मस्तिष्क रेखा पर चतुष्कोण
मस्तिष्क रेखा अधिक लंबी हो तो मानसिक रूप से असंतोष उत्पन्न हो सकता है। यह स्थिति निराशा भी बढ़ा सकती है। यदि इस रेखा पर चतुष्कोण बन जाए तो व्यक्ति निराशा से बाहर सकता है। साथ ही, मानसिक रूप से संतुष्टि भी मिलती है।
हृदय रेखा पर चतुष्कोण
हृदय रेखा पर चतुष्कोण होने से व्यक्ति में मनोबल अधिक होता है। साथ ही, हृदय रेखा की अशुभ स्थिति से हृदय संबंधी रोग हो सकते हैं। अशुभ हृदय रेखा पर ये निशान हो तो रोगों से बचाव होता है।
शुक्र पर्वत पर शुभ नहीं होता है चतुष्कोण
हथेली में शुक्र पर्वत पर चतुष्कोण शुभ परिणाम नहीं देता है। शुक्र पर्वत पर चतुष्कोण के होने से किसी भी प्रकार की सजा या जुर्माना भरने की संभावनाएं बन सकती हैं।

Friday, 2 October 2015

Future Acording to Body Part

भविष्यपुराण में ब्रह्माजी ने बताया है कि किसी भी पुरुष के स्वभाव को जानने के लिए उसके सभी अंगों को, दांतों को, बालों को, नाखूनों को, दाढ़ी-मूंछ को ध्यान से देखना चाहिए। इन सभी को देखकर पुरुष के स्वभाव से जुड़ी खास बातें मालूम हो सकती हैं। यहां जानिए पुरुषों को समझने के लिए खास बातें...
1. यदि किसी पुरुष के पैर में तर्जनी उंगली (अंगूठे के पास वाली उंगली) अंगूठे से बड़ी दिखाई देती है तो ऐसे व्यक्ति स्त्री सुख प्राप्त करने वाले होते हैं।
2. यदि किसी पुरुष के पैर कोमल, मांसल यानी भरे हुए, रक्तवर्ण यानी लाल रंग के होते हैं और जिनके पैर पसीने से रहित होते हैं, वे सभी सुख-सुविधाएं प्राप्त करने वाले होते हैं। ऐसे लोग बहुत ही आराम का जीवन व्यतीत करते हैं।
3. यदि किसी पुरुष के पैरों के अंगूठे बहुत ज्यादा मोटे दिखाई देते हैं तो उन्हें भाग्य का साथ नहीं मिल पाता है।
4. यदि किसी पुरुष के पैर सफेद, रुखे, टेढ़े नाखून वाले हों और उंगलियों की बनावट भी असमान हो तो ऐसे लोग परेशानियों का सामना करते हैं। इनके जीवन में धन की कमी बनी रहती है।
5. यदि किसी पुरुष के पैरों में सबसे छोटी उंगली अंगूठे से बड़ी है तो ऐसे लोग बहुत धनी होते हैं।
6. यदि किसी पुरुष की जांघ पर रोम नहीं होते हैं तो वे भाग्य का साथ प्राप्त नहीं कर पाते हैं।
7. जिन पुरुषों की जांघ लंबी, मोटी और मांसल यानी भरी हुई होती है, वे भाग्य का साथ प्राप्त करते हैं। मजबूत जांघ वाले पुरुष धन और सभी सुख प्राप्त करने वाले होते हैं।
8. यदि किसी पुरुष के घुटने मांसरहित हैं तो उसे छोटी-छोटी सफलताओं के लिए भी बहुत मेहनत करनी पड़ती है।
9. यदि किसी पुरुष का पेट मांसल यानी मांस से भरा हुआ है, सीधा और गोल है तो वे लोग धनवान होते हैं। ऐसे लोग सभी सुख प्राप्त करने वाले होते हैं।
10. जिन लोगों का पेट लंबा और पतला दिखाई देता है, वे गरीबी का सामना करने वाले और अधिक भोजन करने वाले होते हैं। 
11. किसी पुरुष की पीठ लंबी होती है तो वह बंधनों में फंसा रहता है।
12. जिस पुरुष की पीठ कछुए की पीठ के आकार की तरह दिखती है, वह धनवान और भाग्यशाली होता है।
13. पुरुषों के लिए चौड़े और मजबूत कंधे शुभ होते हैं।
14. यदि किसी पुरुष की नाभि गहरी और गोल है तो वह सभी सुख प्राप्त करता है।
15. छोटी नाभि वाले पुरुष जीवन में कई परेशानियों का सामना करते हैं।
16. छोटी और चपटी ठुड्डी वाले लोग धन का सुख प्राप्त नहीं कर पाते हैं। उभरी हुई ठुड्डी शुभ होती है।
17. यदि किसी पुरुष की गर्दन कुछ ज्यादा लंबी है तो ऐसे व्यक्ति के जीवन में समस्याएं अधिक होती हैं।
18. छोटी गर्दन और सामान्य गर्दन शुभ होती है। ऐसी गर्दन वाले लोग धनवान होते हैं और जीवन में कई उपलब्धियां हासिल करते हैं।
19. यदि किसी व्यक्ति की हथेली का तल गहरा है तो उसे पिता की ओर से धन का सुख नहीं मिल पाता है।
20. हथेली का तल यानी बीच का हिस्सा उभरा हुआ दिखाई देता है तो ऐसे लोग दानी होते हैं और सुखी रहते हैं।