Wednesday, 12 August 2015

तिलों का स्वभाव और भविष्य Astrology According to Mole On Face



हमारे शरीर पर जन्म से जो काले-काले और छोटे-छोटे निशान होते हैं, उन्हें तिल कहा जाता है। ज्योतिष के अनुसार, इन तिलों का स्वभाव और भविष्य पर सीधा असर होता है। यहां जानिए चेहरे पर तिल के आधार पर व्यक्ति का स्वभाव और भविष्य कैसा हो सकता है...
1. दोनों के भौंहों के बीच में तिल होने पर व्यक्ति बहुत बुद्धिमान होता है। ये लोग अपनी बुद्धि से कार्यों में सफलता और पैसा प्राप्त करते हैं।
2. यदि किसी व्यक्ति के सीधे हाथ की ओर वाली आंख के कोने पर तिल है तो वह बहुत भावुक होता है। ऐसे लोग दूसरों से जलन रखने वाले भी हो सकते हैं।
3. जिन लोगों की दाहिनी आंख की पलक पर तिल होता है वे बौद्धिक क्षमता के मामलों में अन्य लोगों से काफी आगे होते हैं। इन्हें बुद्धि संबंधित कार्य करने में काफी आनंद मिलता है।
4. जिन लोगों की दाहिनी आंख के नीचे तिल होता है, वे बहुत कामुक होते हैं। ये लोग प्रेम के मामले में दूसरों से अधिक भावुक होते हैं। साथ ही, इन्हें दूसरों की मदद करना भी अच्छा लगता है।
5. जिन लोगों की दाईं आंख के नीचे और नाक के पास तिल होता है, वे स्वभाव से रहस्यमयी स्वभाव वाले होते हैं। इन्हें समझना काफी मुश्किल होता है।
6. यदि किसी व्यक्ति की नाक के प्रारंभिक स्थान पर ठीक बीच में तिल हो तो ऐसे लोग कल्पनाशील होते हैं। ये लोग किसी भी कार्य को रचनात्मक ढंग से करना पसंद करते हैं।
7. जिन लोगों की बाईं आंख के नीचे और नाक के पास तिल होता है, वे दूसरे लोगों से जलन रखने वाले हो सकते हैं। ऐसे लोग खुद के लिए अधिक सोचते हैं।
8. यदि किसी व्यक्ति की बाईं आंख के ठीक नीचे तिल हो तो वह कामुक स्वभाव के होते हैं। इनके जीवन साथी को इस स्वभाव का असर दिखाई देता है।

9. जिन लोगों की बाईं आंख के कोने के पास तिल हो, वे अपने प्रेमी के लिए लड़ाई-झगड़ा करने वाला होते हैं। ये लोग अपने प्रेमी को पाने के लिए कोई अपराध भी कर सकते हैं।
10. यदि किसी व्यक्ति की बाईं आंख की पलक पर तिल है तो समझ लेना चाहिए कि वह दिमाग से बहुत तेज है। ऐसे लोग अपनी नीतियों से मुश्किल कामों में सफलता हासिल करते हैं।
11. यदि किसी व्यक्ति की नाक पर तिल है तो वह अधिक यात्राएं करने वाला होता है। ऐसे लोगों के प्रेम संबंध में कुछ परेशानियां भी हो सकती हैं।
12. जिन लोगों के दाहिने गाल की हड्डी पर तिल होता है, वे भावुक होते हैं। भावनाओं के कारण परेशानियों में भी फंस सकते हैं
13. दाहिने गाल पर तिल हो तो व्यक्ति अधिक कामुक होता है। समय-समय पर प्रेमी या जीवन साथी से मतभेद होते रहते हैं।
14. सीधे हाथ की ओर ही नाक के ठीक नीचे तिल हो तो व्यक्ति श्रेष्ठ विचारों वाला होता है। ऐसे लोग रहस्यमयी स्वभाव वाले होते हैं। अपने राज किसी पर जाहिर नहीं होने देते हैं। इनका भाग्य उत्तम होता है।
15. यदि नाक के बीच में नीचे की ओर तिल हो तो व्यक्ति आजादी से जीना पसंद करता है। ऐसे लोगों को यात्राएं बहुत अच्छी लगती हैं।
16. जिन लोगों के होंठ के ऊपर बाएं हाथ की ओर तिल हो तो वे अपनी संतान से बहुत प्रेम करने वाले होते हैं। इनकी उदारता के कारण घर-परिवार में सुख और समृद्धि का वातावरण रहता है। ये विश्वासपात्र भी होते हैं।
17. यदि किसी व्यक्ति की नाक पर बाएं हाथ की ओर तिल हो तो वह कलात्मक तरीके से कार्य करने वाला होता है। ऐसे लोग कई बार अपने कामों से दूसरों को चौंका देते हैं। इनके कई प्रेम संबंध हो सकते हैं, लेकिन शादी के बाद अपने जीवन साथी के प्रति समर्पित रहते हैं।
18. सीधे हाथ की ओर होंठ के ठीक ऊपर तिल हो तो व्यक्ति अपने कार्य को सही ढंग से करता है। ये लोग बुद्धिमान होते हैं और इनकी कल्पनाशक्ति भी अच्छी होती है।
19. यदि किसी व्यक्ति के सीधे हाथ की ओर होंठ के कोने पर तिल हो तो व्यक्ति प्रेमी स्वभाव का होता है। जीवन साथी के लिए ईमानदार रहते हैं। कभी-कभी इनके स्वभाव में ईर्ष्या भी जाती है।
20. जिन लोगों के बाएं हाथ की ओर गाल की हड्डी पर और कान के ठीक पास में तिल होता है, उन्हें समझना बहुत मुश्किल है। ऐसे लोग अच्छे योजनाकार होते हैं।
21. जिन लोगों के बाएं हाथ की ओर गाल की हड्डी पर और कान से थोड़ी दूरी पर तिल होता है, उनकी बौद्धिक क्षमता बहुत अच्छी होती है। इन्हें एक जैसा जीवन पसंद नहीं होता है। समय-समय पर जीवन में बदलाव करना इन्हें पसंद होता है।
22. बाएं हाथ की ओर होंठ के ठीक कोने में तिल हो तो व्यक्ति ज्यादा कामुक होता है। कामुक स्वभाव के कारण इन्हें जीवन में कई बार परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है।
23. यदि किसी व्यक्ति की दाढ़ी (चिन) पर बाएं हाथ की ओर तिल हो तो व्यक्ति धर्म क्षेत्र में रुचि रखने वाला होता है। ऐसे लोग भौतिक सुख-सुविधाओं की ओर भी आकर्षित होते हैं।
24. होंठ के ठीक नीचे तिल होने पर व्यक्ति असुरक्षा की भाव के साथ जीवन व्यतीत करता है। इन्हें सफलता प्राप्त करने में भी संदेह रहता है। स्वास्थ्य के मामले में भी इन्हें सावधान रहना चाहिए।
25. जिन लोगों की दाढ़ी (चिन) पर तिल हो तो व्यक्ति परंपरावादी होते हैं। ऐसे लोग परिवार को सुखी रखने का प्रयास करते हैं। अन्य लोगों से इनके संबंध स्वस्थ रहते हैं। वैसे तो ये लोग स्वभाव से शांत रहते हैं, लेकिन कभी-कभी इन्हें गुस्सा भी जाता है। किसी भी कार्य को पूरी लगन और ईमानदारी के साथ करते हैं।
ज्योतिष के अनुसार, तिलों के संबंध में यह बात भी ध्यान रखने योग्य है कि शरीर के अन्य अंगों पर तिलों के असर से यहां दिए गए फलादेश बदल भी सकते हैं।



Sun Line In Palm हथेली में सूर्य रेखा




हथेली में सूर्य रेखा बताती है कि व्यक्ति को पैसों के साथ मान-सम्मान मिलेगा या नहीं। सूर्य रेखा अनामिका उंगली (रिंग फिंगर) के ठीक नीचे वाले भाग यानी सूर्य पर्वत पर होती है। सूर्य पर्वत पर जो रेखा खड़ी अवस्था में होती है, वह सूर्य रेखा कहलाती है। यदि किसी व्यक्ति के हाथ में ये रेखा दोष रहित हो तो व्यक्ति को घर-परिवार और समाज में मान-सम्मान के साथ ही पैसा भी प्राप्त होता है। ये रेखा सभी लोगों के हाथों में नहीं होती है। यहां जानिए सूर्य रेखा से जुड़ी खास बातें...
सूर्य रेखा सूर्य पर्वत से हथेली के नीचले हिस्से मणिबंध या जीवन रेखा की ओर जाती है। सूर्य रेखा यदि दूसरी रेखाओं से कटी हुई हो या टूटी हुई हो तो इसका शुभ प्रभाव खत्म हो सकता है।
- हथेली में भाग्य रेखा से निकलकर सूर्य रेखा अनामिका उंगली की ओर जाती है तो यह भी शुभ स्थिति होती है। इसके प्रभाव से व्यक्ति बहुत नाम और पैसा कमा सकता है।
- यदि किसी व्यक्ति के हाथ में मणिबंध से अनामिका उंगली तक सूर्य रेखा है तो यह बहुत शुभ मानी जाती है। ऐसे लोग जीवन में बहुत कामयाब होते हैं और काफी धन लाभ प्राप्त करते हैं।

इन लोगों को मिलता है मान-सम्मान और सुख-सुविधाएं
यदि किसी व्यक्ति की हथेली में जीवन रेखा से निकलकर सूर्य रेखा अनामिका उंगली (रिंग फिंगर) की ओर जाती है तो यह रेखा व्यक्ति को भाग्यशाली बनाती है। ऐसे लोग जीवन में सभी सुख और सुविधाओं के साथ मान-सम्मान भी प्राप्त करते हैं।
सूर्य रेखा चंद्र पर्वत से निकली हो तो
यदि किसी व्यक्ति के हाथ में चंद्र पर्वत से निकलकर कोई रेखा सूर्य पर्वत की ओर जाती है तो यह भी सूर्य रेखा ही कहलाती है। चंद्र पर्वत हथेली में अंगूठे के ठीक दूसरी ओर अंतिम भाग को कहते हैं। यहां से रेखा निकलकर अनामिका उंगली की ओर जाती है तो व्यक्ति की कल्पना शक्ति बहुत तेज रहती है। इन लोगों की भाषा पर अच्छी पकड़ रहती है।

सूर्य रेखा पर बिंदु हो तो
सूर्य रेखा पर बिंदु हो तो ये अशुभ संकेत है। ऐसी रेखा वाले इंसान की बदनामी होने का डर रहता है। यदि बिंदु एक से अधिक हों और अधिक गहरे हों तो यह स्थिति समाज में अपमानित होने का योग बनाती है। इसलिए ऐसी रेखा वाले इंसान को सावधानी पूर्वक काम करना चाहिए।
सूर्य रेखा की शाखाएं
- यदि सूर्य रेखा से छोटी-छोटी शाखाएं निकल रही हों और वे ऊपर उंगलियों की ओर जा रही हो तो यह शुभ होता है।
- यदि शाखाएं नीचे की ओर जा रही हो तो ये सूर्य रेखा को कमजोर करती हैं।
सूर्य रेखा लहरदार हो तो
यदि किसी व्यक्ति के हाथ में सूर्य रेखा लहरदार होती है तो व्यक्ति किसी भी काम को पूरी एकाग्रता के साथ नहीं कर पाता है। यदि यह रेखा बीच में से लहरदार हो और सूर्य पर्वत पर सीधी एवं सुंदर हो जाए तो व्यक्ति किसी विशेष कार्य में उपलब्धियां हासिल करता है।
सूर्य रेखा पर क्रॉस हो तो
यदि सूर्य रेखा पर क्रॉस हो तो व्यक्ति को जीवन में कई बार दुखों का सामना करना पड़ता है। ऐसे लोग कठिनाइयों के साथ काम को पूरा करते हैं, लेकिन इन्हें उचित लाभ नहीं मिल पाता है।
जब सूर्य रेखा के साथ हों दूसरी रेखाएं भी
यदि किसी व्यक्ति के हाथ में सूर्य के साथ ही एक या एक से अधिक खड़ी रेखाएं दिखाई दे रही हों तो ये रेखाएं सूर्य रेखा के शुभ प्रभावों को और अधिक बढ़ा देती हैं। इस प्रकार की रेखाओं के कारण व्यक्ति समाज में प्रसिद्ध होता है और धन प्राप्त करता है।
लंबी सूर्य रेखा से होता है ज्यादा लाभ
हथेली में सूर्य रेखा जितनी लंबी और स्पष्ट होती है, उतना अधिक लाभ देती है और व्यक्ति बुद्धिमान होता है। ऐसा व्यक्ति घर-परिवार के साथ ही समाज में भी एक खास मुकाम हासिल करता है।
ऐसे लोगों के जीवन में होती हैं सभी सुख-सुविधाएं
जिनके हाथों में सूर्य रेखा गुरु पर्वत तक जाती है। इंडेक्स फिंगर (तर्जनी उंगली) के नीचे वाला भाग गुरु पर्वत कहलाता है। गुरु पर्वत पर पहुंचकर सूर्य रेखा के अंत में यदि किसी तारे का निशान बना हो तो व्यक्ति राज्य का बड़ा अधिकारी हो सकता है।
हथेली में सूर्य रेखा हो तो
यदि किसी व्यक्ति के हाथ में सूर्य रेखा हो तो इसका मतलब यह नहीं माना जा सकता है कि व्यक्ति जीवन में सफल नहीं होगा। सूर्य रेखा कुछ लोगों के हाथों में नहीं होती है। यह रेखा जीवन में व्यक्ति की सफलता को आसान बनाती है। सूर्य रेखा होने पर व्यक्ति को परिश्रम अधिक करना पड़ सकता है, लेकिन व्यक्ति सफल भी हो सकता है। हथेली में सूर्य रेखा हो और अन्य रेखाएं का प्रभाव शुभ हो तो व्यक्ति जीवन में उल्लेखनीय कार्य कर सकता है।

Monday, 3 August 2015

नाम अक्षर से जानिए आपकी दोस्ती

दोस्ती ही एक मात्र ऐसा रिश्ता है जो हम खुद बनाते हैं, जबकि दूसरे सभी रिश्ते जन्म और परिवार से संबंधित होते हैं। इसीलिए हमारे जीवन में दोस्तों का महत्व काफी अधिक होता है। स्त्री हो या पुरुष, हमारी दोस्ती किस व्यक्ति के साथ कैसी रहेगी इस बात की जानकारी ज्योतिष से मिल सकती है। यहां नाम राशि के अनुसार जानिए आपकी दोस्ती किस राशि के साथ अच्छी रहेगी...
राशि अनुसार नाम अक्षर
मेष- चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ
वृष- ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो
मिथुन- का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा
कर्क- ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो
सिंह- मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे
कन्या- टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो
तुला- रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते
वृश्चिक- तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू
धनु- ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे
मकर- भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी
कुंभ- गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा
मीन- दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची
मेष- इस राशि का स्वामी मंगल है। आमतौर पर मकर एवं कुंभ राशि वालों से इनकी दोस्ती ठीक नहीं रहती है, क्योंकि मकर और कुंभ राशि का स्वामी शनि है। शनि और मंगल एक-दूसरे से शत्रु भाव रखते हैं। वृष एवं तुला राशि के लोगों के साथ इनकी मित्रता सामान्य रहती है। इन 4 राशियों के अतिरिक्त शेष सभी राशि के लोगों के साथ इनकी मित्रता अच्छी रहती है।
 
वृष- इस राशि का स्वामी शुक्र है। शनि की मकर एवं कुंभ राशि वालों से इनकी दोस्ती अच्छी रहती है। बुध की मिथुन एवं कन्या राशि वालों से इनकी मित्रता सामान्य रहती है। शेष राशियों के साथ इनकी मित्रता आपसी तालमेल के आधार पर ही टिकी रहती है।
मिथुन- इस राशि का स्वामी बुध है। आमतौर पर इनकी दोस्ती चंद्र की कर्क राशि के लोगों के साथ ठीक नहीं रहती है। बुध ग्रह चंद्र से शत्रुता का भाव रखता है। शेष सभी राशि के लोगों के साथ ये अच्छी तरह दोस्ती निभा लेते हैं। 
 
कर्क- इस राशि के लोग बहुत ही विनम्र व्यवहार वाले होते हैं। सभी के साथ इनका रिश्ता बहुत अच्छा रहता है। ये अपनी ओर से सभी लोगों के प्रति प्रेम रखते हैं, लेकिन मिथुन एवं कन्या राशि के लोग इनके साथ अधिक सहज नहीं रह पाते हैं।

सिंह- इस राशि वाले लोग सभी से दोस्ती नहीं करते हैं, लेकिन जब दोस्ती करते हैं तो पूरी ईमानदारी से निभाते हैं। आमतौर पर तुला, मकर एवं कुंभ राशि के लोगों से इनकी दोस्ती ठीक नहीं रहती है।
 
कन्या- इस राशि का स्वामी बुध है। बुध ग्रह चंद्र से शत्रुता का भाव रखता है। इस कारण इनकी दोस्ती चंद्र की कर्क राशि के लोगों के साथ ठीक नहीं रहती है। शेष सभी राशि के लोगों के साथ ये अच्छी तरह दोस्ती निभाते हैं।

तुला- इस राशि का स्वामी शुक्र है। शुक्र ग्रह मंगल और सूर्य से शत्रुता रखता है, इस कारण इन लोगों की दोस्ती सूर्य की सिंह राशि और मंगल की मेष-वृश्चिक राशि के लोगों के साथ ठीक नहीं रह पाती है। मकर और कुंभ राशि के लोगों से इनकी गहरी मित्रता रहती है। 
 
वृश्चिक- मंगल इस राशि का स्वामी है। मंगल के शत्रु शनि की राशि मकर और कुंभ है। इन दोनों राशियों के लोगों से वृश्चिक वालों की दोस्ती अच्छी नहीं रहती है। वृष एवं तुला राशि के लोगों से इनकी दोस्ती गहरी रहती है।

धनु- मिथुन और कन्या राशि के लोगों के साथ धनु राशि के लोगों की दोस्ती अच्छी नहीं रह पाती है। मकर एवं कुंभ राशि के लोगों के साथ इनकी दोस्ती सामान्य रहती है। शेष सभी राशि के लोगों के साथ इनकी मित्रता अच्छी रहती है।
 मकर एवं कुंभ- इन राशियों का स्वामी शनि है। शनि के शत्रु सूर्य और मंगल हैं। इनकी राशि सिंह, मेष और वृश्चिक है। इन तीन राशियों के साथ मकर-कुंभ के लोगों की मित्रता ठीक नहीं रहती है। शेष सभी राशि के लोगों के साथ इनकी दोस्ती अच्छी रहती है।

मीन- इस राशि का स्वामी गुरु है। गुरु बुध ग्रह से शत्रुता रखता है। इस कारण बुध की मिथुन एवं कन्या राशि के लोगों से इनकी दोस्ती ठीक नहीं रह पाती है। मकर एवं कुंभ राशि से सामान्य मित्रता रहती है। शेष सभी राशियों से इनकी अच्छी मित्रता रहती है।